*💎करामात ए आलाहज़रत📿*
*🔖पोस्ट नम्बर::-5️⃣*
Aala Hazrat
*⛈️बारिश होने लगी*
✨एक मर्तबा सरकारे आलाहज़रत रज़ियल्लाहु तआला अन्हु की बारगाह में एक नुजूमी हाज़िर हुआ बातों बातों में उसने कहा कि अभी एक महीने तक बारिश होने की कोई सबील नहीं है क्योंकि मैंने सितारों के इल्म से पता किया है,आलाहज़रत रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फरमाते हैं कि अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त हर बात पर क़ादिर है तुम सिर्फ सितारों को देख रहे हो और मैं सितारे बनाने वाले की क़ुदरत को भी देख रहा हूं,वो नहीं माना तो आपने उससे फरमाया कि अच्छा ये बताओ कि इस वक़्त घड़ी में कितने बजे हैं उसने दीवार घड़ी की तरफ देखा और कहा कि सवा ग्यारह तो आपने फरमाया कि 12 बजने में कितना वक़्त बाक़ी है तो कहने लगा कि पौन घंटा तो आप फरमाते हैं कि क्या फौरन ही 12 नहीं बज सकते उसने कहा बिल्कुल नहीं,तब आप घड़ी की तरफ जाते हैं और उसकी सुईओं को 12 पर करके पूछते हैं कि अब कितने बजे हैं तो उसने कहा 12 मगर युं कि आपने घड़ी की सुईओं को अपने इरादे से घुमा दिया है तो सरकारे आलाहज़रत रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फरमाते हैं कि मेरा रब इस बात पर क़ादिर है कि जिस सितारे को जिस वक़्त चाहे और जहां चाहे पहुंचा दे आप कहते हैं कि बारिश एक महीना नहीं होगी पर मेरा रब चाहे तो अभी इसी वक़्त बारिश होने लगे बस आपका इतना कहना था कि चारों तरफ से आसमान पर घटायें छा गयी और झूम झूम कर बारिश होने लगी
*💫सुब्हान अल्लाहः*
*(📚 अनवारे ज़िया,सफह 375)*
*➡पोस्ट जारी है....*
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*◦•●◉✿📓 दीने इस्लाम 📓✿◉●•◦*